विश्व पत्र लेखन दिवस
आप सभी को विश्व पत्र लेखन दिवस की हार्दिक शुभकामना!
समय के साथ हर विधा में परिवर्तन होता आया है और होता भी रहेगा। समय के साथ हम अपनी आदतों में बदलाव भी तो लाते हैं। पत्र लेखन जुड़ाव, संपर्क का बेहतरीन ज़रिया था, अब संचार की गति ने इसके तरीकों को बदल कर रख दिया है। अब तो ईमेल, मैसेंज़र भी कम हो रहे है। समय की माँग है और इन सब का प्रयोग भी हम अपनी ज़रूरतों के अनुरूप ही तो करते हैं। एक समय वह भी था जब हम अपनों को पत्र लिखते और उससे जवाब आने की उम्मीद का हर एक क्षण हमें एक युग की भांति लगता था। मैंने स्वयं भारतीय वायु सेना में सेवा के दौरान इसे अनुभूत किया है। एक समय वह भी था जब कोई समाचार प्रेषक से प्राप्तकर्ता तक पहुंचाने के लिए पत्र ही एकमात्र माध्यम था जिसमें कई दिन लग जाते थे। कबूतरों से चला यह सफर तार से मोबाइल तक जा पहुंचा है। कभी शीघ्र संदेश पहुंचाने के लिए तार ही एक माध्यम था जिसका हर एक शब्द बहुत कीमती होता था और अब तो मोबाइल फोन के जरिये पलक झपकते ही समाचार हम सभी तक पहुंच जाते हैं। फिर भी पत्र लिखने और पाने का मजा ही कुछ और होता था और यह सदैव यादों में हम सभी के बसा रहेगा। यह सत्य है कि पत्र लेखन किसी-न-किसी रूप में मानव समाज के साथ सदैव बना रहेगा। आप सभी को पुन: विश्व पत्र लेखन दिवस की हार्दिक शुभकामना! इस संदेश के साथ कि
‘खूब लिखिये, खूब पढ़िये, खूब विचारिये’
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