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Showing posts from November, 2022

अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस

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अं  पुरुष दिवस की हार्दिक शुभकामना!  अंत में काई दिवसों के साथ यह दिवस  भी बड़ी ख़ामोशी के साथ आता और चला जाता है।  विचारणीय यह है कि हर विषय पर मुखर रहने वाला सोशल मीडिया भी मौन रहता है। क्या आज अंध मुखरता के कारण पुरुष वर्ग बड़ी खामोशी के साथ खुद को बदनाम महसूस कर रहा है। जी हाँ हम बात कर रहे है अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस की।   चलो इस मूक मजदूर वर्ग के लिए कोई तो दिवस बना। वरना, यह वर्ग तो झूठी शान में जी रहा है।  समाज में आधी से अधिक आबादी का हिस्सा इस तथाकथित अत्याचारी समाज से अपील है कि अपनी कमियों को पहचाने, अपनी खूबियों को जाने।   आप समाज के महत्वपूर्ण हिस्सा है। आप निर्माता नहीं, पर निर्माण के स्तंभ जरूर हैं । समाज आपके बिना चल नहीं सकता। क्योंकि वर्तमान में समाज के बड़े हिस्से की अंधभक्ति में हम भावी पीढ़ी के लड़कों का हश्र वहीं न कर दें  जो आज से तीन सदी पूर्व लड़कियों के साथ होता था।  आज  का यथार्थ यह है कि  लडकें भी शोषण का शिकार हो रहे हैं।  समाज का मूल स्वभाव है  'सख्तर भक्तों, निर्ममों यमराज'। समय के साथ सृष्टि की दोनों सृजनात्मक धूरियों में बदलाव परिलक्षित हुए है।

#फूटी_कौड़ी_से_डिजिटल_रुपया_तक

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एक ज़माने में फूटी कौड़ी मुद्रा(करेंसी) की भाँति कार्य करती थी जिसकी क़ीमत सबसे कम होती थी।  उस समय तीन फूटी कौड़ियों से एक कौड़ी बनती थी और दस कौड़ियों से एक दमड़ी।  आज कल की बोलचाल में फूटी कौड़ी को मुहावरे के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है ।   कई और भी मुहावरे आप सभी को याद होंगे, यथा,  1. धेले भर की अक्ल नहीं है 2. चमड़ी जाए पर दमड़ी न जाए 3. पाई-पाई का हिसाब चुकाना होगा 4. कौड़ियों के भाव बेच दिया 5. इसे बेचकर तो फूटी कौड़ी भी नहीं मिलेगी इन वाक्यों एवं मुहावरों को पढ़कर, सुनकर हम सभी के दैनिक जीवन में मुद्राओं की अहमियत भी पता चलता है। समय के साथ इन वाक्यों और मुहावरों के अर्थ हमें समझ आने लगे। यही मुद्राएं जीवन को अलंकृत भी करतीं हैं । आइए इन मुद्राओं का अर्थ समझते हैं - मुद्रा (करेंसी ) का मूल्य  इस प्रकार था- 3 फूटी कौड़ी- 1 कौड़ी 10 कौड़ी - 1 दमड़ी 02 दमड़ी - 1.5 पाई 1.5 पाई - 1 धैला 2 धैला - 1 पैसा 3 पैसे - 1 टका 2 टका - 1 आना 2 आने- दोअन्नी 4 आने - चवन्नी 8 आने - अठन्नी 16 आने - 1 रुपया आइए डिजिटल  रुपया के दौर में इस पुराने दौर को याद कर गौरवान्वित हों😊 #साकेत_विचार #मु