हिंदी पत्रकारिता दिवस

हिंदी पत्रकारिता दिवस आज ही के दिन आज से १९६ वर्ष पूर्व ३० मई, १८२६ को ब्रिटिश भारत की राजधानी #कोलकाता यानी आज के भारत के भाषाई वर्गीकरण के हिसाब से #'ग' क्षेत्र से #राष्ट्रभाषा हिंदी के पहले समाचार पत्र 'उदन्त मार्तंड की शुरुआत पं. युगल किशोर शुक्ल ने की थी। तब से अब तक हिंदी पत्रकारिता ने ऐतिहासिक सफर तय किया है। ब्रिटिश पराधीनता काल से ही हिंदी पत्रकारिता देशी संपर्क एवं भाषाओं, बोलियों की आवाज बनकर उभरी है। हालांकि आज इसमें गिरावट आई है। । मैंने अपनी पुस्तक इलेक्ट्रॉनिक मीडिया :भाषिक संस्कार एवं संस्कृति में इन तथ्यों को उठाने का प्रयास किया है। कैसे हिंदी राष्ट्रभाषा से राजभाषा, स्वतंत्रता, समानता, साहित्य, संस्कृति, संस्कार की भाषा का सफर तय करते हुए इलेक्ट्रॉनिक पत्रकारिता के सहारे ज्ञान-विज्ञान, अर्थ, व्यापार, संपर्क की भाषा के रूप में स्थापित हो चुकी है। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के सहारे हिंदी ने एक नई भाषिक संस्कृति को जन्म दिया है। हालाँकि इसकी सकारात्मकता, नकारात्मकता पर विमर्श हो सकते है। पर यह सही है कि मीडिया ने मजब...