शेख़ अबू अल फ़ैज़
आज प्रसिद्ध फारसी विद्वान शेख अबु अल फैज की जयंती है। आप प्रमुख फारसी विद्वान और कवि के रूप में प्रख्यात रहे। आप संस्कृत भाषा के भी विद्वान थे। अकब्रर के नवरत्नों में शामिल रहे फैजी का मुगल साम्राज्य में बहुत मान-सम्मान था। आपने भास्कराचार्य की गणित की पुस्तक का लीलावती का फारसी में अनुवाद किया थ। आपने नल दमयंती कथा का भी फारसी में अनुवाद किया था। आपके कुछ प्रमुख अशआर (रचना) जुल्म करता हूँ जुल्म सहता हूँ मैं कभी चैन से रहा ही नहीं। मैं सुबह ख्वाब से जागा तो ये ख्याल आया जो रात मेरे बराबर था क्या हुआ उस का जाने मैं कौन था लोगों से भरी दुनिया में मेरी तन्हाई ने शीशे में उतारा है मुझे ! #साकेत_विचार #फ़ैज़