विश्व कविता दिवस पर विशेष

मैं रचनाशील होने का निरंतर प्रयास करता रहता हूँ । इसी भाव के साथ दो वर्ष पूर्व विश्व कविता दिवस के ही अवसर पर जीवन के रंगमंच पर सक्रिय कवियों को समर्पित एक कविता लिखी थी, वास्तव में कविता के बहाने रचनाकार अपनी मानवीय भावनाओं को विस्तार देता है। कविता आप सभी के समक्ष है। इस पर आप सभी अपना विचार देंगे तो अच्छा लगेगा... 

 कविता साहित्य की आत्मा है कविता 

©डॉ साकेत सहाय 

 साहित्य की आत्मा है कविता 

मन और आत्मा का मिलन है कविता 

जीवन का भाव-बोध है कविता 

कविता चेतना है 

कविता जीवन है 

कविता पशुता में मानवता का रंग है 

समाज की संवेदना है कविता 

दिल की अरमान है कविता 

जीवन के पंख की उड़ान है कविता 

रिश्तों की उड़ान है कविता 

माँ के लिए बच्चों की उड़ान है कविता 

पिता के लिए परिवार की समृद्धि है कविता 

भाई के लिए बहन की खुशी है कविता 

बहन के लिए भाई की समृद्धि है कविता 

पति के लिए पत्नी का प्यार 

पत्नी के लिए पति की खुशी 

 पत्थर से पत्थर रगड़कर हुई 

आग के आविष्कार का नाम है कविता

कृषक के पसीने से सिंचित फसल का नाम है कविता

चिकित्सक के शोध का भाव बोध है कविता 

देश के लिए उसके निवासियों की पहचान है कविता 

प्रभु द्वारा शबरी के जूठे बेर का प्रेम-बोध है कविता 

श्रीकृष्ण और सुदामा की मित्रता का नाम है कविता 

विक्रम और वैताल के धैर्य और चातुर्य का मेल है कविता 

अकबर के प्रश्न और बीरबल के समाधान का नाम है कविता 

 कविता रंग है 

कविता भाव है 

कविता जीवन बोध है। 

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©डॉ साकेत सहाय 

Hindisewi@gmail.com

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