शब्द विचार-दावानल
शब्द विचार
दावानल के अर्थ से हम और आप परिचित हैं।
संस्कृत/प्राकृत से आए शब्द रूप में “दाव” का अर्थ जंगल की सूखी लकड़ी, पत्ते या ज्वलनशील पदार्थ भी होता है — यही अर्थ “दावानल” (दाव + अनल = जंगल का अग्नि-पदार्थ + आग) शब्द बनाता है।
यानी दाव = जंगल का ईंधन / सूखी वन-सामग्री।
इस प्रकार, ‘दावानल’ अर्थात् वन की आग जो बाँसों या और पेड़ों की दहनियों के एक दूसरे से रगड़ खाने से उत्पन्न होती है और दूर तक फैलती चली जाती है , दनाग्नि -जंगल /वन की आग ।
सरल शब्दों में, ‘दाव’ का अर्थ है जंगल और ‘अनल’ का अर्थ है -आग ।
‘दाव’ का अर्थ है जंगल और ‘अनल’ का अर्थ है -आग ।
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-✍️ डॉ• साकेत सहाय
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