करतार सिंह सराभा
आज अमर शहीद करतार सिंह सराभा जी की जयंती है । आप देश की स्वाधीनता की खातिर 16 नवम्बर, 1915 ई. को हँसते-हँसते फांसी की बलिवेदी पर चढ़ गए । फांसी पर झूलने से पूर्व सराभा जी के शब्द – ‘हे भगवान मेरी यह प्रार्थना है कि मैं भारत में उस समय तक जन्म लेता रहूँ, जब तक कि मेरा देश स्वतंत्र न हो जाये।‘
जज ने उनके मुकदमे का निर्णय सुनाते हुए कहा था, "इस युवक ने अमेरिका से लेकर हिन्दुस्तान तक अंग्रेज़ी शासन को नष्ट करने का प्रयास किया। सराभा को जब और जहाँ भी अवसर मिला, अंग्रेज़ी शासन को हानि पहुँचाने का प्रयत्न किया। इसकी अवस्था बहुत कम है, किन्तु अंग्रेज़ी शासन के लिए बड़ा भयानक है।" यह उद्धरण उनके देशप्रेम के बारे में बहुत कुछ कहता है।
आपको शत शत नमन 🙏🌺
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