अभिनेता पुनीत राजकुमार का असमय जाना

जो कमाया सब यही रह जाएगा, इसको आत्मसात् करने वाले अभिनेता पुनीत राजकुमार मात्र 46 की आयु में स्वर्गवासी हो गए । अपनी आय से 45 निःशुल्क विद्यालय, 26 अनाथालय,16 वृद्धाश्रम,19 गौशालाएँ, 1800 अनाथ बेटियों की उच्च शिक्षा की जिम्मेदारी उठाने वाले कन्नड़ फिल्मों के सुपर स्टार पुनीत राजकुमार का निधन आज हृदय गति रुक जाने से हुआ । नाम के अनुरूप 'पुनीत' कार्य । सनातन संस्कृति के प्रबल समर्थक पुनीत राजकुमार से जुड़ा एक प्रसंग बड़ा चर्चित हुआ था। कहते हैं एक बार जब वे कन्नड़ के 'कौन बनेगा करोड़पति' के मुख्य सूत्रधार थे तो उनके पास सनातन पंथ से जुड़ा एक नकारात्मक प्रश्न आया था प्रतियोगी से पूछने के लिए, जिसे उन्होंने पूछने से मना कर दिया था और वे शो छोड़कर तुरंत बाहर चले गए। इन समृद्ध लोगों के असमय मृत्यु पर एक संकेत भी है 40 के बाद अपने को समेटना सीखिए। जो ईश्वर ने दिया, उस पर सकारात्मक रहें । स्वास्थ्य ही धन है इस मूलमंत्र को जीवन में उतार लीजिए । करियर-फरियर के पीछे ज्यादा उत्साही होना -सब माया है। शीघ्र ही धनतेरस आ रहा है, इस धनतेरस पर इस त्यौहार के विकृत हुए संकल्प को ठीक करें और बर्तन-धन से अधिक जीवन को स्वस्थ रखने का संकल्प करें । मन को सकारात्मक रखने का जतन करें । संतुष्टि के लिए कार्य करें । वैसे जीवन-मृत्यु ऊपर वाले के हाथ में है यह चिर सत्य है। फिर भी स्वस्थ रहने का संकल्प तो ले ही सकते हैं और भारतीय फिल्म निर्माता-निर्देशकों से अनुरोध जीवन हेतु 'आनंद' की तरह जीवंत फिल्म बनाएं । न कि आर्यन के पीछे भागे। 

पुनीत राजकुमार जी को विनम्र श्रद्धांजलि ॐ शांति 


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