हिंदी दिवस पर कुछ भाव

आज पता नहीं क्यूँ 'हिंदी दिवस' के अवसर पर कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद की कहानी 'बूढी काकी' की याद आ गई ।  

इस अवसर पर एक विनम्र  अपील-

हिंदी को चाहिए हिंदी के लिए बोलने वाला, हिंदी के लिए कुछ सोचने, करने वाला, हिंदी का प्रहसन न करने वाला, हिंदी पर गर्व करने वाला, हिंदी को चाहिए ऐसा हिंदी वाला जो इसे अग्रगामी भाषा बनाने में सहयोग करे। 

फिर भी भारतीय संविधान के सभी प्रेमियों को हिंदी दिवस की मंगलकामना!

जय हिंद! जय हिंदी!!

#साकेत_विचार


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