दीपावली की शुभकामनायें

नमस्कार बंधुवर,


चूँकि काफी दिनों  बाद  लेखन के माध्यम से आप सभी से रुबरु हूँ।  इसीलिए क्षमाप्रार्थी हूँ।  लेखन की सबसे बड़ी विशेषता है नियमित लेखन और पाठकों से जुड़ाव ।  सबसे पहले दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें




दीपावली है दीपों का त्योहार
हम सभी मनाते है भगवान राम के जमाने से यह त्योहार
लेकिन क्या कभी हमने सोचा है कि
क्या यह त्योहार केवल दीपों की अबलियां सजाने का नाम
कुछ पटाखों - फुलझड़ियों का नाम
तो फिर यह तो किसी भी दिन हो सकता है
फिर क्यूँ एक दिन है नियत

हम क्यों सभी चीजों में  हो जाते  है प्रतीकात्मक
क्या कभी हमने सोचा है दीपावली केवल
सजाने का नाम नहीं
है अंधेरे मन को उजाले विचारों से भरने का नाम
तभी तो विजयादशमी के बाद आता  है।


केवल जीतने से विजय नहीं मिलती
जीत तो मिलती है मन को जीतने से।
इसलिए आईए
हम सभी मिलकर दीपावली मनाए


हर कोई अपने मन के अंधियाये को रौशन करें
जहाँ हो रौशनी का टिमटिमाता दिया
उसे कर से रौशन जगमगाते दिए से।

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